
लीचड़ इंसान पर कभी आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जाता है,वह आपके लिए,कभी भी घातक हो सकता है!!
लीचड़ इंसान पर कभी आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जाता है,वह आपके लिए,कभी भी घातक हो सकता है!!
जब लालच के बाज़ार लगते हैं,
तो रिश्तों के शहर बर्बाद हो जाते हैं!!
🙏सुप्रभात🙏
*✍ डॉक्टर सरवर जमाल * (चीफ एडिटर) रोजनामा इंडो गल्फ,हिंदी दैनिक 9472871824 🌹🌺
समय,सहयोग,त्याग वहीं करें,जहां उसकी कद्र हो,क्योंकि दोपहर में दिया जलाने से अंधकार नहीं,दिए का वजूद खत्म होता है,समय,विश्वास और सम्मान ऐसे परिंदे हैं,जो उड़ जाए तो वापस नहीं आते हैं,दूसरों को क्षमा करें,इसलिए नहीं,की वे क्षमा के पात्र हैं,बल्कि इसलिए कि आप शांति से जीना चाहते हैं।समाज में फैले लीचड़ इंसान से हमेशा सावधान रहें।लीचड़ इंसान पर कभी आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जाता है,वह आपके लिए,कभी भी घातक हो सकता है,क्योंकि वह आदतन लीचड़ इंसान है,वह लालच में आकर में आकर, कहीं भी प्लेट साझा कर आपके लिए घातक बन सकता है।मेरे मित्रों हमेशा याद रहे कि जब लालच के बाज़ार लगते हैं तो रिश्तों के शहर बर्बाद हो जाते हैं,मेरे मित्रों हमेशा एक दूसरे के प्रति अच्छी सोच रखनी चाहिए क्योंकि एक छोटी सी कील गाड़ी की गति बदल सकती है तो याद रखिएगा मेरे मित्रगण एक छोटा सा नेगेटिव विचार भी आपकी गति रोक सकता है.!!