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समाज में पल रहे चंद फर्जी लोगों से तथा इधर का बात उधर करने वाले लोगों से दूर रहेंगे उतना हीं आप प्रसन्न रहेंगे…….❣️🙏

 

✍️♥️मेरे हृदय❣️ में निवास करने वाले,मेरे मित्रगण….. आप जितना अधिक समाज में पल रहे चंद फर्जी लोगों से तथा इधर का बात उधर करने वाले लोगों से दूर रहेंगे उतना हीं आप प्रसन्न रहेंगे…….❣️🙏

..   शुभ शनिवार  ❣️🙏
✍️ डाक्टर सरवर जमाल
9472871824
🌹🙏🙏🌹
दुर्जनों की मित्रता दिन के पूर्वार्द्ध में रहने वाली छाया की तरह प्रारम्भ से अधिक और फिर धीरे-धीरे कम होती रहती है एवं सज्जनों की मित्रता दिन के उत्तरार्ध की छाया की तरह पहले कम और फिर उत्तरोत्तर बढ़ने वाली होती है।सज्जन लोग दूसरों की भलाई के लिए दुःख सहन करते है,और खोटे पुरुष दूसरों की बुराई के निमित दुःख सहते हैं,दुष्ट पुरुष बिना मतलब ही दूसरों की बुराई करते हैं या परेशान करते है,जैसे साँप काट लेता है तो उसको कुछ लाभ नहीं होता,पर दूसरों के प्राण चले जाते हैं,चूहा बहुमूल्य कपडों को काट देता है,दूसरों का नुकसान हो जाता है परन्तु उसको कुछ लाभ नहीं होता।कहते है..जैसे बर्फ के ओले खेती का नाश करके खुद भी नष्ट हो जाते है…ऐसे ही दुष्ट आदमी दूसरों की सम्पदा का नाश करके खुद भी नष्ट हो जाते है..इसलिए हमेशा अच्छे कर्म ही करते रहे!!
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༺꧁ सुप्रभात ꧂༻

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